आमतौर पर लोग चालीस पचास की उम्र पार होते ही यह सोचना शुरू कर देते हैं कि अब बच्चे बड़े हो गए हैं, उन्हें इस उम्र में सेक्स नहीं करना चाहिए। यूं तो व्यक्ति की जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है वैसे वैसे उसकी पारिवारिक जिम्मेदारियां भी बढ़ जाती हैं।उसी अनुरूप में उसकी शारीरिक क्षमताओं में भी कमी आने लगती है जिससे सेक्स क्षमता भी प्रभावित होती है।ऐसी स्थिति में हमारी यही राय है कि जिनके मन में सेक्स की इच्छा जागृत तो होती है लेकिन वे उत्तेजना की कमी या किसी अन्य कारण से सेक्स से बचने की कोशिश करते हैं उन्हें सेक्स से डरना नहीं चाहिए, क्योंकि जो ऐसा करते हैं उनको पेशाब से संबंधित कई प्रकार की परेशानियों व प्रोस्टेट ग्रंथि (Prostate Gland) बढ़ जाने की समस्या का सामना करना पड़ता है।

प्रोस्टेट ग्रंथि (Prostate Gland) का पुरुषों की सेक्स क्षमता को क्रियाशील बनाये रखने में बहुत बड़ा योगदान होता है।यह ग्रंथि मूत्र नली को चारों ओर से घेरे रहती है।सेक्स कम करने से या ग्रंथि बढ़कर सूज जाती है तो मूत्र नली में काफी तकलीफ होती है और मूत्र भी काफी प्रयास के बाद रुक-रुक कर आता है जिससे मूत्राशय भी पूरी तरह खाली नहीं हो पाता। ऐसी स्थिति में मूत्र विसर्जन के लिए बार-बार जाना पड़ता है तथा रात में भी कई बार उठना पड़ता है। इस समस्या से पुरुषों की सेक्स लाइफ चौपट हो जाती है।इस समस्या से छुटकार दिलाने के लिए आज की आधुनिक चिकित्सा के डॉक्टर, व्यक्ति को ऑपरेशन कराने की सलाह देते हैं जिसमें प्रोस्टेट ग्रंथि को जरुरत के अनुसार काट दिया जाता है लेकिन कुछ वर्षों के बाद इस ग्रंथि के बढ़ जाने की संभावना फिर भी बनी रहती है और सेक्स में वीर्य भी अपना रास्ता बदल लेता है।इस समस्या के लिए सबसे बेहतर चिकित्सा आयुर्वेद में भी उपलब्ध है जो पूरी तरह सफल भी सिद्ध होती है।

यदि आपकी उम्र 40 से 80 वर्ष के बीच है और प्रोस्टेट व पेशाब संबंधी तकलीफ के कारण सेक्स के वास्तविक आनंद से विमुख हो चुके हैं तो निराश न हों, आज ही पीतमपुरा दिल्ली में स्थित अशोक क्लिनिक से संपर्क करें।