जब किसी युवक या पुरुष को हस्तमैथुन द्वारा वीर्य बर्बाद होने में कई तरह की कमजोरियां महसूस होने
लगती हैं, तो वह ग्लानिवश हस्तमैथुन की आदत छोड़ने की कोशिश करता है। इस कोशिश में वह हाथों
पर तो काबू पा लेता है, लेकिन मन पर काबू नहीं रख पाता। क्योंकि मन तो उसका अश्लील फिल्मों व्
नंगे दृश्यों वाले गीतों में लगा रहता है, जो आजकल इंटरनेट व टी.वी. चैनलों में देखने-सुनने को मिलते
हैं। ऐसी हालत में उसके मन में अनेकों कल्पनाएं घूमती हैं और वह नींद में भी ऐसी कल्पनाओं के सपने
देखने लगता है जिससे उसका वीर्यपात (Night Discharge) हो जाता है। नींद इस वीर्यपात को ही स्वप्नदोष कहते हैं।
कभी कभी यह शिकायत इतनी बढ़ जाती है कि व्यक्ति चाहे दिन में सोए या रात में उसके कपडे
वीर्यपात से अवश्य खराब होंगे। इस शिकायत का क्रम भी बड़ा अनियमित होता है। कभी दो-तीन दिन
लगातार होता है तो कभी थोड़े-थोड़े दिन के अंतराल पर रुक-रुक कर होता है। ऐसी शिकायत से व्यक्ति
की बुद्धि कुंठित हो जाती है तथा उसकी याददाश्त पर बुरा असर पड़ता है। स्वप्नदोष की शिकायत से
पाचनशक्ति बिगड़कर पेट खराब रहने लगता है, दिल की धड़कन असामान्य हो जाती है, पेशाब बार-
बार आने लगता है एवं शरीर में वीर्य की कमी हो जाने से सुस्ती-थकावट, कमजोरी रहने लगती है और
यौवन शक्ति का जोश भी ठंडा पद जाता है जिसका जीवन पर भी पड़ता है। स्वप्नदोष लाइलाज नहीं
होती, क्योंकि सही-सटीक असरदार नुस्खों उचित चिकित्सा द्वारा वीर्य की बर्बादी को रोका जा सकता
है। स्वप्नदोष से हमेशा के लिए छुटकारा दिलाने वाले सफल इलाज अशोक क्लिनिक पीतमपुरा में
मौजूद है।